अगर बढ़िया है आपका क्रेडिट स्कोर तो यह बैंक लाया है शानदार ऑफर, यहाँ जानें Credit Score बढ़ाने के आसान तरीके

Credit Score Kya Hota hai: अगर आपका Credit Score भी अच्छा है और आप बैंक से किसी भी प्रकार का कोई लोन लेना चाहते हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर है, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया अच्छा क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहकों के लिए एक शानदार ऑफर लेकर आया है, जिसके तहत यदि आपका क्रेडिट स्कोर 700 या इससे अधिक है तो आपको लोन प्रोसेसिंग फीस में छूट प्रदान करी जाएगी।

बता दें कि, बैंक द्वारा यह ऑफर 15 नवंबर 2023 तक चलाया जा रहा है, जिसमें Home Loan, Two Wheeler तथा Four Wheeler Loans पर ग्राहकों को प्रोसेसिंग शुल्क में 100 फीसदी छूट ऑफर करी जा रही है इसके साथ ही यूनियन बैंक ग्राहकों को किसी अन्य बैंक से पूर्व में लिए गए लोन को यूनियन बैंक में ट्रांसफर करने पर भी यह छूट प्रदान कर रहा है।

हालांकि हमनें बताया बैंक का यह ऑफर केवल ऐसे लोगों के लिए है जिनका क्रेडिट स्कोर 700 या इससे अधिक है लेकिन ऐसे लोग जिनका क्रेडिट स्कोर कम है उन्हें निराश होने की बिल्कुल आवश्यकता नहीं है क्योंकि आज इस लेख के माध्यम से हम आपको अपना क्रेडिट स्कोर सुधारने या क्रेडिट स्कोर बढ़ाने के आसान तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं।

नमस्कार साथियों, स्वागत है आपका फाइनेंस से जुड़े एक और नए लेख में जहाँ आप हम Credit Score से जुड़े एक महत्वपूर्ण मुद्दे क्रेडिट स्कोर कैसे बढ़ाएं? पर चर्चा करने जा रहे हैं इसके साथ ही लेख में हम Credit Score क्या होता है? Credit Score कौन देता है? Credit Score कितना होना चाहिए? क्रेडिट स्कोर कैसे चैक करें? कितने क्रेडिट स्कोर पर लोन मिलता है? क्या हम तुरंत सिबिल स्कोर बढ़ा सकते हैं? जैसे प्रश्नों का उत्तर देने की कोशिश करेंगे।

क्रेडिट स्कोर क्या होता है?

छोटी हो अथवा बड़ी हर प्रकार की अर्थव्यवस्था में कर्ज, ऋण या क्रेडिट एक अहम योगदान निभाता है, एक आम आदमी से लेकर बड़ी-बड़ी कंपनियां सभी ऋण लेकर अपना कारोबार शुरू करती हैं लेकिन ऋण लेने की जब बात हो तो किसी भी व्यक्ति या कंपनी की साख (Creditworthiness) को देखा जाता है, साख का मतलब होता है जो व्यक्ति बैंक या किसी वित्तीय संस्था से ऋण लेना चाहता है असल में वह उसे चुका सकने में सक्षम हैं अथवा नहीं।

किसी भी व्यक्ति को ऋण देने से पहले उनकी साख देखना एक सामान्य प्रक्रिया है और हम सभी अपने निजी जीवन में भी इसे फॉलो भी करते हैं, अपने निजी जीवन में हमारे लिए किसी किसी की साख को जाँचना आसान होता है क्योंकि हमारा अधिकांश लेन-देन ऐसे लोगों से होता है जिन्हें हम किसी न किसी प्रकार से जानते या पहचानते हैं, लेकिन बैंकों या किसी वित्तीय संस्थानों की बात करें तो चूँकि वे किसी व्यक्ति को निजी तौर पर नहीं जानते हैं अतः उनके लिए उस व्यक्ति की साख को जाँचना बेहद मुश्किल होता है।

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इसी समस्या से निपटने के लिए Credit Score की व्यवस्था करी गई है, क्रेडिट स्कोर किसी व्यक्ति को उसके पिछले लेन-देन तथा वित्तीय व्यवहार को देखते हुए 300 से 900 के बीच प्रदान किया जाने वाला एक नंबर होता है। जहाँ 300 उस व्यक्ति की खराब साख या विश्वसनीयता को दर्शाता है वहीं 900 व्यक्ति के बेहतर वित्त प्रबंधन को प्रदर्शित करता है। किसी व्यक्ति के इसी क्रेडिट स्कोर को देखकर बैंक, क्रेडिट कार्ड कंपनियां या कोई अन्य वित्तीय संस्थान उसे ऋण देने से पहले तुरंत उसकी साख अथवा उसके वित्तीय प्रबंधन का आँकलन कर लेते हैं।

क्रेडिट स्कोर कौन देता है?

Credit Score क्या होता है यह जानने के बाद आइए बात करते हैं आखिर किसी व्यक्ति को यह क्रेडिट स्कोर प्रदान कौन करता है, बता दें कि, यह काम जिन एजेंसियों द्वारा किया जाता है उन्हें क्रेडिट रिपोर्टिंग एजेंसियां या क्रेडिट ब्यूरो के नाम से जाना जाता है।

ये क्रेडिट रिपोर्टिंग एजेंसियां किसी व्यक्तियों के क्रेडिट इतिहास (उधारी के रिकॉर्ड) के बारे में विभिन्न स्रोतों जैसे बैंकों, NBFCs, क्रेडिट कार्ड कंपनियों तथा अन्य वित्तीय संस्थाओं आदि से जानकारी इकट्ठा करती हैं और उस व्यक्ति के क्रेडिट स्कोर की गणना करने के लिए इस डेटा का उपयोग करती हैं।

भारत में कार्य करने वाली सबसे महत्वपूर्ण क्रेडिट रिपोर्टिंग एजेंसियों में CIBIL पहले स्थान पर है, जिसका पूरा नाम Credit Information Bureau (India) Limited है। CIBIL द्वारा जारी क्रेडिट स्कोर के आधार पर ही देशभर के सभी बैंक, क्रेडिट कार्ड कंपनियां अथवा अन्य वित्तीय संस्थान क्रेडिट उपलब्ध करवाते हैं यही कारण है कि सामान्यतः किसी व्यक्ति के क्रेडिट स्कोर को CIBIL स्कोर भी कहा जाता है। CIBIL के अलावा भारत में अन्य क्रेडिट रिपोर्टिंग एजेंसियों में Equifax, Experian तथा CRIF High Mark शामिल हैं।

क्रेडिट स्कोर कैसे दिया जाता है?

यहाँ तक आपने क्रेडिट स्कोर क्या होता है तथा इसे कौन जारी करता है इस बारे में जाना, आइए अब समझते हैं आखिर किसी व्यक्ति को क्रेडिट स्कोर या 300 से 900 के बीच का यह नंबर किस आधार पर प्रदान किया जाता है। जैसा कि हमनें ऊपर बताया किसी व्यक्ति के क्रेडिट स्कोर की गणना उसके क्रेडिट इतिहास (उधारी के रिकॉर्ड) के आधार पर करी जाती है।

गौरतलब है कि, क्रेडिट ब्यूरो Credit Score प्रदान करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण मानकों का इस्तेमाल करती हैं और उन मानकों पर व्यक्ति के प्रदर्शन के आधार पर ही उसे एक क्रेडिट स्कोर प्रदान करती हैं। इन मानकों में निम्नलिखित शामिल हैं-

Payment History

भुगतान इतिहास अथवा Payment History क्रेडिट स्कोर की गणना करने में इस्तेमाल होने वाला महत्वपूर्ण कारक है, इसका आपके क्रेडिट स्कोर के बढ़ने या घटने में बहुत अधिक योगदान होता है। Payment History के तहत किसी व्यक्ति के सभी उधार खातों जैसे उसके द्वारा लिए गए लोन, क्रेडिट कार्ड आदि के भुगतान का इतिहास देखा जाता है।

उदाहरण के लिए यदि कोई व्यक्ति अपने क्रेडिट कार्ड, लोन EMI आदि का भुगतान तय तारीख (Due Date) या इससे पहले कर लेता है तो क्रेडिट एजेंसी द्वारा उसे अच्छा क्रेडिट स्कोर दिए जाने की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है। वहीं यदि आप अपना उक्त भुगतान देर से करते हैं तो आपको पेनाल्टी तो देनी ही होती है इसके साथ ही इससे आपकी साख या विश्वसनीयता में कमी आती है लिहाजा आपका क्रेडिट स्कोर कम कर दिया जाता है।

Credit Utilization

क्रेडिट स्कोर की गणना करने में Credit Utilization भी एक अहम भूमिका निभाता है, क्रेडिट यूटिलाइजेशन का अर्थ है कि आप जितना ऋण लेने के लिए योग्य हैं उसका कितना फीसदी ऋण वास्तव में लेते हैं। यदि आप अपनी कुल योग्यता का 40 फीसदी या इससे कम ऋण लेते हैं तो इसे अच्छा समझा जाता है, यह इस बात को दर्शाता है कि आप कर्ज पर बहुत निर्भर नहीं रहते हैं, लिहाजा इससे आपका क्रेडिट स्कोर भी बढ़ता है।

Length of Credit History:

क्रेडिट स्कोर की गणना करने में किसी व्यक्ति के उधार खातों की अवधि भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, यह अवधि जितनी अधिक होती है व्यक्ति की साख या उसका क्रेडिट स्कोर भी उतना अधिक होता जाता है। उदाहरण के तौर पर यदि कोई व्यक्ति 10 सालों से क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर रहा है और समय पर अपने क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान करता है तो उसका क्रेडिट स्कोर ऐसे व्यक्ति की तुलना में अधिक होगा जो सिर्फ 1 साल से क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल कर रहा है भले ही उसने भी अपने सभी भुगतान समय पर किये हों।

New Credit Inquiries

यदि आप बेहद कम अवधि में सामान्य से अधिक Credit inquiries करते हैं जैसे नए लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते हैं तो ये भी आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करता है, ऐसा करने से व्यक्ति की कर्ज पर बढ़ती निर्भरता का प्रदर्शन होता है जो अंततः व्यक्ति के क्रेडिट स्कोर को कम करने का काम करती है।

क्रेडिट स्कोर कितना होना चाहिए?

ऊपर हमनें क्रेडिट स्कोर की उच्चतम और निम्नतम सीमा के बारे में बताया जो 300 से 900 के बीच दिया जाता है आइए अब समझते हैं कितना क्रेडिट स्कोर अच्छा माना जाता है और कितने क्रेडिट स्कोर पर आपको चिंतित होने और उसे सुधारने की आवश्यकता है। नीचे हमनें एक चार्ट के माध्यम से क्रेडिट स्कोर की विभिन्न रेंज और उस रेंज की श्रेणी के बारे में बताया है।

क्रेडिट स्कोर रेंजक्रेडिट स्कोर की श्रेणी
300-499Poor Credit Score
500-649Average Credit Score
650-749Good Credit Score
750+Excellent Credit Score

Poor Credit Score– यदि आपका क्रेडिट स्कोर 300 से 499 के बीच है तो इसे बहुत खराब क्रेडिट स्कोर माना जाता है। क्रेडिट स्कोर की इस रेंज में आने वाले व्यक्ति के संबंध में समझा जाता है कि, वह आर्थिक रूप से अस्थिर है, उस पर अत्यधिक कर्ज है या उसने अतीत में लिए गए कर्ज का भुगतान नहीं किया है। ऐसे व्यक्तियों को नया लोन मिलन लगभग नामुमकिन होता है।

Average Credit Score– इस रेंज में आने वाले व्यक्ति के संबंध में समझा जाता है कि, उसका वित्तीय प्रबंधन कुछ खास नहीं है और उसने अतीत में बहुत अच्छे वित्तीय व्यवहार का परिचय नहीं दिया है। ऐसे व्यक्तियों को लोन लेने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है इसके साथ ही बैंक ऐसे व्यक्तियों को लोन देने में अधिक ब्याज दर तथा कई अन्य शर्तें लागू कर सकते हैं।

Good Credit Score– अधिकांश लोग क्रेडिट स्कोर की इसी रेंज में आते हैं, इस रेंज के तहत मिलने वाला क्रेडिट स्कोर अच्छा समझा जाता है, इस रेंज में आने वाले व्यक्तियों को उधार देने के संबंध में भरोसेमंद समझा जाता है और उसे बैंकों, क्रेडिट कार्ड कंपनियों से समय-समय पर कई प्रकार के ऑफर भी मिलते रहते हैं। आपको ज्ञात होगा लेख की शुरुआत हैं हमनें यूनियन बैंक द्वारा दिए जा रहे एक ऑफर के बारे में चर्चा करी थी इस श्रेणी में आने वाले लोग उस ऑफर का लाभ ले सकते हैं।

Excellent Credit Score– यह क्रेडिट स्कोर की सबसे उच्चतम रेंज है। इस रेंज में शामिल व्यक्तियों को आर्थिक रूप से स्थिर समझा जाता है और उन्हें बैंकों या किसी भी वित्तीय संस्थान से ऋण लेने में कोई समस्या नहीं आती है इसके विपरीत बैंक तथा वित्तीय संस्थाएं ऐसे व्यक्तियों को ऋण देने के लिए कम ब्याज दर, प्रोसेसिंग फीस माफी, तुरंत लोन प्रोसेसिंग जैसे कई ऑफर देते हैं।

खराब क्रेडिट स्कोर कैसे बढ़ाएं?

यदि आपका क्रेडिट स्कोर भी खराब है तो आप कुछ आसान स्टेप्स को फॉलो कर अपना क्रेडिट स्कोर सुधार सकते हैं। हमने ऊपर उन सभी कारकों को बताया है जो आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करते हैं इनमें पेमेंट का भुगतान, क्रेडिट यूटिलाइजेशन, क्रेडिट इंक्वायरी आदि शामिल हैं, इन सभी कारकों पर कार्य कर आप अपना क्रेडिट स्कोर सुधार सकते हैं। क्रेडिट स्कोर सुधारने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स को फॉलो करें-

  • अपने लोन की EMI, क्रेडिट कार्ड का भुगतान समय पर करें
  • जब तक आपका क्रेडिट स्कोर Excellent श्रेणी में न हो कोई भी नए लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन न करें
  • आपको मिली क्रेडिट लिमिट का केवल 40% या उससे कम ही खर्च करें
  • अपने वित्तीय प्रबंधन को सुधारें और कर्ज पर अपनी निर्भरता को कम करें
  • क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान हमेशा Full Amount में करें

उम्मीद है दोस्तों Credit Score से जुड़ा आज का ये लेख जिसमें हमनें Credit Score Kya Hota Hai? Credit Score कैसे बढ़ाएं? क्रेडिट स्कोर कितना होना चाहिए? जैसे सवालों को विस्तार से समझाया है आपको पसंद आया होगा, आप अपनी प्रतिक्रिया या इस लेख से जुड़े अपने सवाल कमेन्ट के माध्यम से हमसे पूछ सकते हैं। लेख को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।

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