FASTag Kya Hai: FASTag क्या है और FASTag कैसे काम करता है? जानें फास्टैग से जुड़ी तमाम जरूरी बातें

FASTag Kya Hota Hai: फ़ास्टैग या FASTag भारत सरकार द्वारा Toll Collection करने का एक इलेक्ट्रॉनिक और बेहद सुविधाजनक तरीका है। National Highways का इस्तेमाल करने वाले वाहनों को शुल्क के रूप में Toll चुकाना होता है जिसका भुगतान अब वाहन चालक डिजिटल माध्यम से कर सकेंगे।

FASTag Kya Hai यह हमनें संक्षेप में ऊपर समझा इस लेख में आगे हम फास्टैग से जुड़ी अन्य सभी महत्वपूर्ण बातों जैसे फास्टैग क्या होता है? फास्टैग कैसे काम करता है? FASTag का इस्तेमाल कैसे किया जाता है? तथा FASTag का इस्तेमाल क्यों किया जाता है? को विस्तार से जानेंगे इसके साथ ही FASTag को लेकर एक आम व्यक्ति के मन में उठने वाले सभी सवालों जैसे फास्टैग के नियम? फास्टैग के फायदे? फास्टैग कहाँ से खरीदें? आदि का उत्तर देने का भी प्रयास केरेंगे।

FASTag क्या है?

वर्तमान में देश की मोदी सरकार समेत विभिन्न राज्य सरकारें e-Governance अर्थात डिजिटल रूप में सरकारी कामकाज के मॉडल पर कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध दिखाई दे रही हैं। जिसके परिणामस्वरूप देश में समय के साथ धीरे-धीरे विभिन्न प्रकार की सरकारी सेवाएंडिजिटल होते जा रही हैं, जिनका इस्तेमाल देश के नागरिक इंटरनेट इंटरनेट के माध्यम से अपने स्मार्टफोन से मिनटों में कर सकने में सक्षम हैं।

इसी क्रम में अब सरकार ने Toll Collection को भी डिजिटल बनाने की दिशा में काम किया है और इसके लिए 1 अक्टूबर 2017 को NHAI अथवा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने अपने दायरे में आने वाले सभी 370 टोल प्लाजा में FASTag लेन की शुरुआत करी।

बता दें कि, FASTag कैश जमा करने के विपरीत डिजिटल तरीके से टोल इकट्ठा करने का एक तरीका है, इसमें एक रेडियो फ्रीक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन टैग (RFID) वाहन चालक की गाड़ी की विंडस्क्रीन पर लगा दिया जाता है जो उसके बैंक अकाउंट या फिर किसी भी डिजिटल वॉलेट जैसे PayTm आदि से जुड़ा रहता है। जब भी व्यक्ति की गाड़ी किसी टोल प्लाज़ा से गुजरती है तो आवश्यक टोल उसके बैंक या वॉलेट से स्वतः कट जाता है।

FASTag के आने से पहले तक विभिन्न टोल प्लाजाओं में मौजूद कर्मचारियों द्वारा मैनुअल तरीके से टोल कलेक्ट किया जाता था, जिसके चलते कई बार हाईवे में बेहद लंबा ट्रैफिक जाम भी लग जाता था, इसी समस्या से निपटने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने टोल कलेक्शन को डिजिटल करने की दिशा में काम किया और FASTag की शुरुआत करी।

FASTag कैसे काम करता है?

एक लंबी ड्राइव पर जाना हर किसी को पसंद है किन्तु हाइवेज में टोल प्लाजा पर लगने वाला जाम हर किसी को परेशान करता है, FASTag कैसे काम करता है? यह जानने से पहले आइए समझते हैं टोल प्लाज़ा क्या होते हैं। दरअसल जब भी हम किसी National Highway पर अपना वाहन चलाते हैं तो एक निश्चित दूरी के पश्चात हमें कुछ शुल्क देना होता है यह शुल्क राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा वसूला जाता है जो देश भर में राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण करने वाली Authority है।

अब आपके मन में शायद यह सवाल उठ रहा होगा कि आखिर National Highways पर अपना वाहन चलाने के लिए हमें अतिरिक्त शुल्क देने की आवश्यकता क्यों होती हैं, जबकि गाड़ी के मालिक के तौर पर हम रोड टैक्स भी भरते हैं। आपको बता दें कि, Road Tax राज्य सरकारों द्वारा State Highways का इस्तेमाल करने के लिए वसूला जाता है जबकि टोल Intrastate-Roads का इस्तेमाल करने की एवज में केंद्र सरकार जमा करती है।

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आइए अब समझते हैं FASTag कैसे काम करता है? जैसा कि हमनें बताया FASTag एक सामान्य RFID स्टीकर होता है जिसे गाड़ी की विंडस्क्रीन पर चिपका दिया जाता है इसके अलावा इस तकनीक से टोल कलेक्शन में एक रिसीवर भी अहम भूमिका अदा करता है जिसे टोल प्लाजा पर लगाया जाता है।

जब भी गाड़ी टोल प्लाजा क्रॉस करती है तो यहाँ मौजूद स्कैनर के जरिए गाड़ी की स्क्रीन पर लगा FASTag स्कैन किया जाता है जिसमें उस गाड़ी से जुड़ी जानकारी होती है RFID स्कैन कर प्लाज़ा पर लगा सिस्टम उस गाड़ी का टोल की गणना करता है और उतनी राशि उसके डिजिटल वॉलेट से कट जाती है।

FASTag कार्ड क्या होता है?

FASTag एक RFID कार्ड है, चूँकि यह रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन तकनीक पर कार्य करता है इसलिए इसे RFID कार्ड कहा जाता है। इस कार्ड को आप अपने ATM कार्ड, मेट्रो कार्ड अथवा ऑफिस में इस्तेमाल होने वाले एंट्री कार्ड के समान समझ सकते हैं। यह एक रिचार्जेबल कार्ड होता है, जिसे आप टोल प्लाज़ा, विभिन्न प्रकार के ई-वॉलेट्स तथा अपने बैंक एकाउंट के माध्यम से रिचार्ज कर सकते हैं।

अपने FASTag कार्ड में आप एक समय में न्यूनतम 100 रुपये से लेकर अधिकतम 1 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं। FASTag कार्ड किसी गाड़ी की विंडशील्ड में लगाया जाता है और जब गाड़ी टोल प्लाज़ा पर पहुँचती है तो वहाँ मौजूद स्कैनर द्वारा कार्ड स्कैन कर टोल फीस काट ली जाती है और टोल प्लाज़ा का गेट ऑटोमेटिकली खुल जाता है। यह बिल्कुल वैसे ही है जैसे मैट्रो के गेट पर जब आप अपना मैट्रो कार्ड स्कैन करते हैं तो कार्ड से आपका किराया कट जाता है और गेट खुल जाते हैं।

RFID तकनीक कैसे काम करती है?

जैसा कि, हमनें पूर्व में भी बताया FASTag व्यवस्था रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक पर आधारित है। गौरतलब है कि, रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) एक वायरलेस सिस्टम होता है, जिसमें मुख्यतः दो घटक होते हैं, ये घटक टैग और रीडर हैं।

रीडर अर्थात वह डिवाइस जो किसी RFID टैग (मैट्रो कार्ड, FASTag कार्ड आदि) को स्कैन करती है, इसमें एक या उससे अधिक एन्टेना होते हैं जो रेडियो तरंगों को उत्सर्जित करते हैं।

RFID टैग दो तरीके के जिनमें Active Tag तथा Passive Tag शामिल हैं होते हैं, Active Tag वे होते हैं जिनके पास एनर्जी का अपना सोर्स जैसी बैटरी होती है वहीं Passive Tag वे होते हैं जिनके पास एनर्जी का अपना कोई सोर्स नहीं होता है। अधिकांश RFID Tag जैसे मेट्रो कार्ड, FASTag कार्ड आदि पैसिव किस्म के होते हैं।

RFID कार्ड आधारित गेट

RFID टैग में आमतौर पर 2,000KB से कम डेटा स्टोर होता है, जिसमें एक युनीक आइडेंटिफिकेशन/सीरियल नंबर शामिल होता है इसी सीरियल नंबर से किसी विशेष टैग की पहचान करी जाती है।

RFID टैग में मौजूद डेटा रीडर द्वारा अधिकांशतः केवल पढ़ा ही जा सकता है तथा कई परिस्थितियों में डेटा पढ़ा और Overwrite भी किया जा सकता है। कार्यप्रणाली की बात करें तो रीडर द्वारा उसमें मौजूद एन्टीना के माध्यम से रेडियो तरंगे उत्सर्जित करी जाती हैं और इन तरंगों के द्वारा ही पैसिव RFID टैग भी चार्ज हो जाता है और RFID टैग जो इस स्थिति में FASTag है से जुड़ी जानकारी जैसे गाड़ी का टाइप, टोल, गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर आदि टोल प्लाज़ा में लगे कंप्यूटर को भेजता है।

FASTag कहाँ से खरीदें?

अगर आप भी FASTag कार्ड बनवाना चाहते हैं तो इसे आप ऑनलाइन डिजिटल पेमेंट्स एप, विभिन्न प्रकार के बैंक या टोल प्लाज़ा के माध्यम से आसानी से बनवा सकते हैं, डिजिटल पेमेंट एप जैसे PhonePe या PayTm आदि के माध्यम से अपना FASTag कार्ड बनवाने के लिए आपको किसी एक डिजिटल पेमेंट एप में जाकर नए FASTag कार्ड के लिए Apply करना होगा।

नया कार्ड बनवाने के लिए आपको अपने कुछ डॉक्यूमेंट की भी आवश्यकता होगी जिनमें गाड़ी की RC, अपना पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस तथा KYC के लिए पते एवं पहचान के प्रमाण के तौर पर दस्तावेज शामिल हैं।

एक बार कार्ड बन जाने के बाद उसे डाक द्वारा आपके पते पर भेज दिया जाएगा जिसे आप अपनी गाड़ी की विंडशील्ड में लगा कर इस्तेमाल सकते हैं। इसके अलावा भविष्य में कभी भी अपना FASTag कार्ड रिचार्ज करने के लिए भी आप इन्हीं डिजिटल पेमेंट एप का इस्तेमाल कर सकते हैं।

PayTm से FASTag कैसे खरीदें?

अगर आप PayTm का इस्तेमाल करते हैं तो नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करते हुए आसानी से अपना FASTag कार्ड ऑर्डर कर सकते हैं-

सबसे पहले अपने स्मार्टफोन या लैपटॉप में PayTm की वेबसाइट खोलें और Buy Personal FASTag वाले विकल्प का चयन करें।

FASTag Kya Hai
घर बैठे FASTag खरीदने का तरीका

यहाँ आपको अपने वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर (हरे बॉक्स से प्रदर्शित), अपने दस्तावेज (लाल बॉक्स से प्रदर्शित) तथा 350 रुपये की राशि (नीले बॉक्स से प्रदर्शित) का भुगतान करना होगा और अपना पता दर्ज करना होगा जिस पते पर आप अपना कार्ड पाना चाहते हैं, आपके पते के अनुसार आपका FASTag कार्ड आपके घर पर दिलीवर कर दिया जाएगा।

FASTag इस्तेमाल करने के क्या फायदे हैं?

यहाँ तक आप FASTag क्या है, FASTag कैसे काम करता है तथा FASTag कहाँ से खरीदें? जैसी बातों को समझ चुके होंगे आइए अब इस तकनीक के कुछ मुख्य फ़ायदों को देखते हैं-

लंबे जाम से छुटकारा: इंतजार करना भला किसे पसंद है और अगर यही इंतजार टोल प्लाजाओं पर गाड़ियों की लंबी कतार में फसकर जाम के खुलने का हो तो और भी बुरा लगता है लेकिन अब खुशकिस्मती से हमारे पास FASTag जैसी व्यवस्था है जिसके चलते टोल प्लाज़ा पर जाम लगने जैसी समस्या का सामना एक आम व्यक्ति को नहीं करना पड़ता है, किसी व्यक्ति से टोल जमा करने का काम अब सेकेंड्स की बात रह गई है।

ईंधन की बचत: टोल प्लाज़ा पर जाम में न फसने से जहाँ व्यक्ति के कीमती समय की बचत होती है वहीं उससे भी कीमती ईंधन की भी कुछ हद तक बचत हो जाती है। चूँकि अब व्यक्ति को टोल प्लाज़ा पर रुकने की आवश्यकता नहीं होती जिससे उसके प्रदर्शन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।

पैसों की बचत: FASTag व्यक्ति के पैसों की भी बचत करता है, इस व्यवस्था से पूर्व तक व्यक्ति को कैश के माध्यम से टोल चुकाना होता था जिसमें छूट की कोई गुंजाइश नहीं थी किन्तु FASTag के आ जाने से यूजर्स कैशबैक का भी लाभ ले रहे हैं, चूँकि ये FASTag कार्ड विभिन्न प्रकार के डिजिटल वॉलेट के माध्यम से रिचार्ज किये जा सकते हैं अतः सभी वॉलेट ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए उन्हें कैशबैक ऑफर करती रहती हैं।

उम्मीद है आपको हमारा यह लेख FASTag क्या है और FASTag कैसे काम करता है पसंद आया होगा आप अपनी राय हमें कमेन्ट कर दे सकते हैं। लेख पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।

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