ODOP Yojna Kya Hai: ODOP का Full Form "One District One Product" है, यह उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू करी गई एक बेहतरीन एवं महत्वाकांक्षी योजना है, One District One Product Scheme या ODOP योजना का उद्देश्य प्रदेश में कला के विभिन्न रूपों का संरक्षण देकर उन्हें राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय बाजारों तक पहुँचाना है।
नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपका एक और ताज़ा-तरीन लेख में, आज इस लेख में हम चर्चा करने जा रहे हैं उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी योजना एक जनपद एक उत्पाद योजना की जिसे One District One Product Scheme के रूप में जाना जाता है, इस लेख के माध्यम से हम ODOP योजना से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों जैसे One District One Product योजना क्या है? ODOP योजना के तहत शामिल Product List, ODOP के लिए Eligibility, ODOP के तहत ऑनलाइन पंजीकरण करने का तरीका तथा आम लोगों को ODOP योजना का किस प्रकार लाभ मिल रहा है आदि को विस्तार से समझेंगे।
इसके साथ ही हमेशा की तरह लेख के अंत में हम एक जनपद एक उत्पाद या One District One Product Scheme से संबंधित आम लोगों के मन में उठने वाले प्रश्नों जैसे ODOP Full Form क्या है? एक जिला एक उत्पाद योजना कब शुरू हुई? One District One Product Scheme के तहत कौन-कौन से Product शामिल किये गए हैं ओडीओपी के अंतर्गत कितने उत्पाद हैं? एक जनपद एक उत्पाद मार्जिन मनी योजना क्या है? ODOP योजना शुरू करने के पीछे सरकार का क्या उद्देश्य हैओडीओपी योजना के लिए पात्रता मानदंड क्या है? आदि का भी उत्तर देने की कोशिश करेंगे।
एक जनपद एक उत्पाद या One District One Product योजना क्या है?
आपने अक्सर सुना होगा भारत विविधताओं से भरा देश है और यही विविधता इस देश की धरोहर भी मानी जाती है। यहाँ प्रदेश बदलने के साथ ही भाषा संस्कृति, खान-पान, पहनावा आदि भी बदल जाता है, चूँकि यह विविधता देश को एक विशिष्ट पहचान दिलाती है अतः इसका जीवित रहना बेहद आवश्यक है और इसी को जीवंत रखने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने ODOP योजना शुरू करी है ODOP Full Form देखें तो यह One District One Product है।
गौरतलब है कि, देश में उद्यमिता को बढ़ावा देने और स्थानीय उत्पादों, Traditional Crafts आदि को देश-विदेश के बाजारों तक पहुंचाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार समेत विभिन्न राज्यों की सरकारें अलग-अलग योजनाएं शुरू करती रहती हैं और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा शुरू करी गई योजना एक जनपद एक उत्पाद भी इसका एक जीता-जागता उदाहरण है।
एक जनपद एक उत्पाद (ODOP) योजना क्यों शुरू करी गई है?
ODOP योजना क्या है? इस बारे में हमनें ऊपर बताया आइए अब एक जिला एक उत्पाद योजना को शुरू करने के पीछे सरकार के विभिन्न उद्देश्यों को भी समझते हैं। 24 जनवरी, 2018 को उत्तर-प्रदेश दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने One District One Product योजना की शुरुआत करी, इस योजना को शुरू करने के पीछे सरकार के निम्नलिखित मुख्य उद्देश्य थे-
- प्रदेश की संस्कृति, विरासत, ट्रेडिशनल क्राफ्ट, लघु उद्योगों इत्यादि को जीवित करना
- राज्य के स्थानीय शिल्प, उत्पादों इत्यादि को राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट पहचान देना
- विलुप्त होने की कगार पर पहुँच चुके कला के विभिन्न रूपों, स्थानीय उत्पादों, खाद्य पदार्थों इत्यादि को फिर से जीवित कर उन्हें एक बेहतर बाजार उपलब्ध करवाना
- युवाओं को अपने क्षेत्रीय उत्पादों का उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित करना
- ग्रामीण एवं स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा देना
- आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में कार्य करना
इसके साथ ही One District One Product योजना को शुरू किये जाने के पीछे सरकार एक और बढ़ा कारण भी है। युवाओं में बढ़ती बेरोजगारी वर्तमान में पूरे देश की सबसे बड़ी चुनौती है, जो किसी एक राज्य विशेष का मुद्दा नहीं है लेकिन देश की सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य होने के नाते उत्तर प्रदेश सरकार के लिए इस समस्या से निपटना बेहद जरूरी हो जाता है और इसी समस्या के समाधान के रूप में सरकार ने एक जनपद एक उत्पाद योजना (ODOP योजना) की शरुआत करी है।
जहाँ ODOP योजना के माध्यम से सरकार का प्रदेश के पारंपरिक उत्पादों, कलाकृतियों, स्थानीय शिल्पों आदि को एक विशिष्ट पहचान देने का लक्ष्य है वहीं इस योजना के माध्यम से सरकार युवाओं में उद्यमशीलता (Entrepreneurship) को बढ़ावा देने का काम भी कर रही है ताकि वे अपने क्षेत्रीय उत्पादों का अधिक से अधिक उत्पादन कर इसे अपनी आजीविका का साधन बना सकें और प्रदेश में रोजगार के मौकों को पैदा किया जा सके।
एक जनपद एक उत्पाद (ODOP) योजना के फायदे
गौरतलब है कि, उत्तर प्रदेश आबादी के लिहाज से भारत का सबसे बड़ा राज्य है, जबकि क्षेत्रफल के हिसाब से देखें तो भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य है, तकरीबन 24 करोड़ से अधिक की आबादी वाले इस राज्य में विभिन्न उत्पादों एवं कला के कई रूप ऐसे हैं, जो देशभर में कहीं और देखने को नहीं मिलते और साथ ही एतिहासिक महत्व के भी हैं। ऐसे ही उत्पादों को एक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पहचान देने, इनका संरक्षण करने तथा इन्हें Promote करने के लिए यूपी सरकार ने एक जिला एक उत्पाद योजना की शुरुआत करी है।
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एक जिला एक उत्पाद योजना की ऑफिशियल वेबसाइट के तहत सरकार इस योजना के माध्यम से तकरीबन 90 लाख MSME Unit स्थापित करने में सफल रही है इसके साथ ही इस योजना के माध्यम से प्रदेश में प्रतिवर्ष 5 लाख लोगों को स्व-रोजगार मिल रहा है। स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन मिलने के चलते प्रदेश हस्तशिल्प, खाद्य प्रसंस्करण, कालीन और रेडीमेड गारमेंट्स के मामले में देशभर में पहले स्थान पर आ चुका है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक ODOP योजना के तहत अभी तक 89,000 करोड़ से अधिक का निर्यात किया जा चुका है जिसका सीधा लाभ लघु और मध्यम कारीगरों को भी मिला है।
एक जनपद एक उत्पाद के तहत शामिल उत्पाद – ODOP Product List
“One District One Product” जैसा कि, इसके नाम से ही पता चलता है इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश राज्य के प्रत्येक जिले से एक विशिष्ट Product का चुना गया है, जिसे राज्य सरकार देश विदेश के बाजारों में विभिन्न माध्यमों से Promote करती है। हालांकि राज्य के कई जिले ऐसे हैं जो देश भर में अपने विशिष्ट उत्पादों के लिए बहुत पहले से जाने जाते रहे हैं उदाहरण के लिए भदोही की कालीन, कन्नौज की इत्र, लखनऊ की चिकनकारी एवं ज़री ज़रदोज़ी आदि, लेकिन इस योजना के बाद प्रत्येक जिला अपने किसी न किसी विशिष्ट उत्पाद, कला आदि के लिए जाना जाएगा।

उत्तर प्रदेश राज्य में कुल 75 जिले हैं, इस लिहाज से सरकार द्वारा प्रदेश के 75 विशिष्ट उत्पादों को इस योजना के तहत संरक्षित एवं प्रोत्साहित करने का फैसला लिया गया है। यहाँ हमनें जिले वार उन उत्पादों को सूचीबद्ध किया है जिन्हें एक जनपद एक उत्पाद योजना के तहत शामिल किया गया है, इन उत्पादों से जुड़ी विस्तृत जानकारी के लिए ODOP योजना के आधिकारिक पोर्टल https://odopup.in को विजिट करें।
क्र.स. | जिला | उत्पाद |
---|---|---|
1 | आगरा | चमड़ा उत्पाद एवं स्टोन/मार्बल से निर्मित सभी हस्तशिल्प उत्पाद |
2 | अमरोहा | वाद्य यंत्र (ढोलक) एवं रेडीमेड गारमेंट्स |
3 | अलीगढ़ | ताले एवं हार्डवेयर एवं मेटल हैण्डी क्राफ्ट |
4 | औरैया | दूध प्रसंस्करण (देसी घी) |
5 | आजमगढ़ | काली मिट्टी की कलाकृतियाँ |
6 | अम्बेडकर नगर | वस्त्र उत्पाद |
7 | अयोध्या | गुड़ |
8 | अमेठी | मूँज उत्पाद |
9 | बदायूं | ज़री जरदोज़ी उत्पाद |
10 | बागपत | होम फर्नीशिंग |
11 | बहराइच | गेहूँ डंठल (हस्तकला) उत्पाद एवं खाद्य प्रसंस्करण |
12 | बरेली | ज़री-ज़रदोज़ी एवं बांस के उत्पाद/सुनारी उद्योग |
13 | बलिया | बिंदी उत्पाद |
14 | बस्ती | काष्ठ कला एवं सिरका उत्पाद |
15 | बलरामपुर | खाद्य प्रसंस्करण (दाल) |
16 | भदोही | कालीन (दरी) |
17 | बांदा | शज़र पत्थर शिल्प |
18 | बिजनौर | काष्ठ कला |
19 | बाराबंकी | वस्त्र उत्पाद |
20 | बुलंदशहर | सिरेमिक उत्पाद |
21 | चंदौली | ज़री-ज़रदोज़ी एवं काला चावल |
22 | चित्रकूट | लकड़ी के खिलौने |
23 | देवरिया | सजावट के सामान एवं कढ़ाई व सिलाई के उत्पाद तथा रेडीमेड गारमेंट्स |
24 | इटावा | वस्त्र उद्योग एवं सिलाई तथा वस्त्र कढ़ाई |
25 | एटा | घुंघरू, घंटी एवं पीतल उत्पाद |
26 | फर्रुखाबाद | वस्त्र छपाई एवं ज़री ज़रदोज़ी |
27 | फतेहपुर | बेडशीट एवं आयरन फैब्रीकेशन वर्क्स |
28 | फिरोजाबाद | कांच के उत्पाद |
29 | गौतमबुद्ध नगर | रेडीमेड गार्मेंट |
30 | गाजीपुर | जूट वॉल हैंगिंग |
31 | गाज़ियाबाद | अभियांत्रिकी सामग्री |
32 | गोंडा | खाद्य प्रसंस्करण (दाल) |
33 | गोरखपुर | टेराकोटा एवं रेडीमेड गार्मेंट्स |
34 | हापुड़ | होम फर्निशिंग |
35 | हरदोई | हैंडलूम |
36 | हाथरस | हींग |
37 | हमीरपुर | जूते |
38 | जालौन | हस्तनिर्मित कागज कला |
39 | जौनपुर | ऊनी कालीन (दरी) |
40 | झांसी | सॉफ्ट ट्वॉयज |
41 | कौशाम्बी | खाद्य प्रसंस्करण (केला) |
42 | कन्नौज | इत्र |
43 | कुशीनगर | केला फाइबर उत्पाद एवं केला उत्पाद |
44 | कानपुर देहात | एल्युमिनियम बर्तन |
45 | कानपुर नगर | चमड़ा उत्पाद |
46 | कासगंज | ज़री-जरदोज़ी |
47 | लखीमपुर खीरी | जनजातीय शिल्प एवं गुड़ उत्पाद |
48 | ललितपुर | ज़री सिल्क साड़ी एवं खाद्य प्रसंस्करण, स्कूल ड्रेस (रेडीमेड गार्मेंट्स/होज़री) |
49 | लखनऊ | चिकनकारी एवं ज़री ज़रदोज़ी |
50 | महाराजगंज | फर्नीचर |
51 | मेरठ | खेल की सामग्री |
52 | महोबा | गौरा पत्थर |
53 | मिर्जापुर | कालीन एवं मेटल उद्योग |
54 | मैनपुरी | तारकशी कला |
55 | मुरादाबाद | धातु शिल्प |
56 | मथुरा | सैनिटरी फिटिंग एवं ठाकुर जी की पोषाक, श्रृंगार मूर्ति एवं कण्ठी माला |
57 | मुजफ्फरनगर | गुड़ |
58 | मऊ | वस्त्र उत्पाद |
59 | पीलीभीत | बांसुरी एवं लकड़ी के उत्पाद |
60 | प्रतापगढ़ | खाद्य प्रसंस्करण (आंवला) |
61 | प्रयागराज | मूंज उत्पाद |
62 | रायबरेली | काष्ठ कला |
63 | रामपुर | पैचवर्क के साथ एप्लिक वर्क, जरी पैचवर्क एवं मेंथा |
64 | संत कबीर नगर | ब्रासवेयर |
65 | शाहजहांपुर | ज़री-ज़रदोज़ी |
66 | शामली | लौहकला |
67 | सहारनपुर | लकड़ी पर नक्काशी |
68 | श्रावस्ती | जनजातीय शिल्प |
69 | संभल | हस्तशिल्प (हॉर्न-बोन) |
70 | सिद्धार्थनगर | काला नमक चावल |
71 | सीतापुर | दरी |
72 | सोनभद्र | कालीन |
73 | सुल्तानपुर | मूँज उत्पाद |
74 | उन्नाव | ज़री-जरदोज़ी एवं चर्म उत्पाद |
75 | वाराणसी | बनारसी रेशम साड़ी |
ODOP योजना के तहत सरकार क्या मदद करती है?
योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा शुरू की गई योजना एक जनपद एक उत्पाद तथा इस योजना के पीछे सरकार के उद्देश्यों को हमनें ऊपर विस्तार से समझा आइए जानते हैं इस योजना के तहत सरकार द्वारा आम लोगों को किस प्रकार मदद मिलती है। गौरतलब है कि, इस वर्ष पेश किये गए बजट में राज्य सरकार ने इस योजना के लिए 200 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित करने का फैसला लिया था।
ODOP योजना के तहत प्रत्येक जिले से एक विशिष्ट उत्पाद का चयन किया जाता है, जो पारंपरिक रूप से उस जिले में उत्पादन के लिए प्रसिद्ध हो इसके बाद सरकार ऐसे उत्पादों का उत्पादन करने वाले कारीगरों, उत्पादन करने वाली इकाइयों (MSMEs) आदि को विभिन्न क्षेत्रों में मदद करती है ताकि उस उत्पाद के उत्पादन को प्रोत्साहित किया जा सके। इन क्षेत्रों में कुछ मुख्य निम्नलिखित हैं
- कारीगरों अथवा उत्पादन इकाइयों को आर्थिक मदद जैसे ऋण मुहैया करवाना
- उत्पादकों को विपणन सहायता प्रदान करना
- योजना के अंतर्गत संरक्षित उत्पादों को प्रोमोट कर उनकी लोकप्रियता को बढ़ाना
ODOP योजना के प्रमुख घटक क्या-क्या है?
एक जनपद एक उत्पाद के उद्देश्यों की पूर्ति करने के सरकार ने इस कार्यक्रम के अंतर्गत कुछ महत्वपूर्ण घटकों अथवा योजनाओं को शामिल किया है, जिनका प्रदेश के लोग लाभ उठा सकते हैं, योजना के ये घटक निम्नलिखित हैं-
विपणन विकास सहायता योजना: ODOP के अंतर्गत विपणन विकास सहायता योजना का उद्देशय प्रत्येक जिले के विशिष्ट उत्पादों को एक बेहतर Marketing सुविधा उपलब्ध करवाना है ताकि राज्य के शिल्पकारों, बुनकरों, उद्यमियों व निर्यातकों को उनके उत्पादों का उचित मूल्य प्राप्त हो सके। इस योजना के तहत प्रदेश में लगने वाले मेलों/प्रदर्शनियों में भाग लेने पर कारीगरों को स्टॉल चार्ज का 75% (अधिकतम 50 हजार रुपये), माल ढुलाई पर आने वाले खर्च का 75% (अधिकतम 75 सौ रुपये) और एक व्यक्ति के आने-जाने के लिए ट्रेन के थर्ड AC अथवा एसी बस का किराया देने का प्रावधान है।
क्षमता विकास योजना: ODOP के अंतर्गत सरकार द्वारा एक जनपद एक उत्पाद प्रशिक्षण एवं टूलकिट योजना भी चलाई जा रही है। इस योजना का उद्देश्य विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से प्रदेश के उत्पादकों को “एक जनपद एक उत्पाद कार्यक्रम” के अंतर्गत जिले विशेष हेतु चिन्हित उत्पादों से सम्बन्धित सामान्य तकनीकी प्रशिक्षण, क्राफ्ट की बेसिक एवं एडवांस्ड ट्रेनिंग एवं उद्यमिता विकास प्रशिक्षण एवं भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक निःशुल्क Tool Kit प्रदान करना है। इस योजना के तहत सरकार प्रशिक्षण के दौरान 200 रुपये प्रतिदिन का मानदेय भी देती है।
सामान्य सुविधा केंद्र: एक जनपद एक उत्पाद के तहत सरकार का सामान्य सुविधा केंद्रों को भी स्थापित करने का लक्ष्य है, जिनमें निम्नलिखित प्रकार की गतिविधियां संचालित करी जाएंगी
- परीक्षण प्रयोगशाला
- डिज़ाइन विकास व प्रशिक्षण केंद्र
- तकनीकी अनुसंधान व विकास केंद्र
- उत्पाद प्रदर्शन-सह-विक्रय केंद्र
- कच्चा माल बैंक/सामान्य संसाधन केंद्र
- सामान्य रसद केंद्र
- सूचना, संचार एवं प्रसारण केंद्र
- पैकिंग, लेबलिंग तथा बारकोडिंग सुविधाएं
- मूल्यवान शृंखला से संबन्धित अन्य अनुपलब्ध सुविधाएं
वित्तीय सहायता योजना: One District One Product योजना के तहत आखिरी घटक के रूप में मार्जिन मनी/वित्तीय सहायता योजना शामिल है जिसमें उद्यमियों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, योजना के अनुसार सभी राष्ट्रीयकृत बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक तथा अन्य अनुसूचित बैंक कारीगरों, उद्यमियों को वित्तीय सहायता प्रदान करते हैं।
ODOP योजना के तहत पंजीकरण कैसे करें?
जैसा कि, हमनें ऊपर बताया ODOP योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा मुख्य रूप से तीन प्रकार की योजनाएं संचालित करी जा रही हैं जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं-
- एक जनपद एक उत्पाद(ओ.डी.ओ.पी) वित्त पोषण हेतु सहायता योजना
- एक जनपद एक उत्पाद प्रशिक्षण एवं टूलकिट योजना
- एक जनपद एक उत्पाद – विपणन प्रोत्साहन योजना
ये सभी योजनाएं उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन निदेशालय उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित करी जा रही हैं, इनमें से किसी भी योजना में अपना पंजीकरण करने के लिए आपको यहाँ दी गई निदेशालय की अधिकारी वेबसाइट को खोलना होगा और योजना का चयन कर आवेदन करें पर क्लिक करना होगा जैसा कि, नीचे चित्र में भी दर्शाया गया है।

ODOP योजना से जुड़े FAQs
उत्तर प्रदेश सरकार की योजना “एक जनपद एक उत्पाद” से जुड़ी समस्त जानकारी हमनें अपने लेख में साझा करी है, आइए अब आम लोगों के मन में उठने वाले कुछ सामान्य प्रश्नों का उत्तर देने की कोशिश करते हैं।
एक जिला एक उत्पाद योजना कब शुरू हुई?
एक जिला एक उत्पाद या ODOP योजना को मुख्यमंत्री योगी द्वारा 24 जनवरी 2018 को उत्तर प्रदेश दिवस के मौके पर शुरू किया गया था।
ODOP योजना के तहत कितने उत्पाद हैं?
ODOP के तहत कुल 75 उत्पादों को चिन्हित किया गया है, जिनकी विस्तृत सूची हमनें जिले वार ऊपर दी है इसके अलावा आप इन सभी उत्पादों के बारे में और अधिक जानकारी पाना चाहते हैं तो One District One Product के आधिकारिक पोर्टल पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं।
ODOP योजना के तहत में अपना उत्पाद कैसे बेच सकता हूँ?
एक जनपद एक उत्पाद के तहत कोई व्यक्ति अपने उत्पाद Amazon, GeM तथा eBay जैसी प्लेटफॉर्म्स में बेच सकते हैं। इसके लिए आपको इन मार्केटप्लेस में एक Seller Account बनाना होगा। इसके लिए आप ODOP की ऑफिशियल वेबसाइट विजिट कर “क्रेता एवं विक्रेता प्लेटफ़ॉर्म” पर क्लिक करें और एक सैलर एकाउंट बनाकर अपने उत्पादों को यहाँ बताए गए Marketplaces के माध्यम से देश-विदेशों में आसानी से बेचें।
ओडीओपी योजना के लिए पात्रता मानदंड क्या है?
ODOP के तहत सरकार स्थानीय उत्पादों एवं उत्पादकों को संरक्षित करने के उद्देश्य से तीन तरह योजनाओं को संचालित कर रही है, जिनके लिए पात्रता मानदंड भिन्न-भिन्न हैं। यहाँ हमनें योजनावार पात्रता मानदंडों / Eligibility Criteria के PDF संगलग्न किये हैं, ODOP के तहत पात्रता मंदनों को विस्तार से पढ़ने के लिए PDF फ़ाइल खोलें।
- एक जनपद एक उत्पाद वित्त पोषण हेतु सहायता योजना के लिए पात्रता मानदंड
- एक जनपद एक उत्पाद प्रशिक्षण एवं टूलकिट योजना के लिए पात्रता मानदंड
- एक जनपद एक उत्पाद विपणन प्रोत्साहन योजना के लिए पात्रता मानदंड
ODOP योजना का हेल्पलाइन नंबर क्या है?
यदि आप One District One Product योजना से जुड़ी किसी भी प्रकार की सहायता चाहते हैं तो (0522)-2616313, +919415467934 नंबरों पर संयुक्त आयुक्त से संपर्क कर सकते हैं अथवा odopcell@gmail.com पर ई-मेल कर सकते हैं।
उम्मीद है आपको एक जनपद एक उत्पाद योजना (One District One Product Scheme) से जुड़ा आज का हमारा लेख पसंद आया होगा तथा ODOP क्या है? ODOP को शुरू करने का क्या उद्देश्य है एवं ODOP योजना के क्या लाभ हैं जैसे प्रश्नों का उत्तर मिल पाया होगा। आप अपनी प्रतिक्रिया हमें कमेन्ट कर दे सकते हैं, लेख को पढ़ने के लिए आपका आभार।